आज कहे धनिया तू गिल बडू हो
भीतर से फकत फील बडू हो
आज कहे धनिया तू गिल बडू हो
भीतर से फकत फील बडू हो
बोला पावो तो बडू कवन माजा
सुनो …
सेंट के सीसी ढरकबला शहर गमकबला ए राजा
अरे हमरो मियाज बहकबला शहर गमकबला ए राजा
अतने पर दीवाना बाडू
कुछऊ ना करत माना बाडू
सुनो .
ए राजा मन करे सुतल स्थिति पजरे में
आवा भुख दाना आज मोरा पजरे में
लागल तोहरो मिजाज भईल ताजा
सेंट के सीसी ढरकबला शहर गमकबला ए राजा
ऐहो हमरो मियाज बहकबला शहर गमकबला ए राजा
पंद रे सोलहरे सतरे होई
कुछऊ ना कुछ आज खतरे होई
अच्छा जी…
ऐहो कृष्णा बेदर्दी खेसारी हमर
देखी सीन होई आज वाला ऊपर लावा प्यार
बरियारी धरत बाडू भर पंजा
सेंट के सीसी ढरकबला शहर गमकबला ए राजा
अरे हमरो मियाज बहकबला शहर गमकबला ए राजा